अगस्त में टेक्सटाइल निर्यात में वृद्धि
नई दिल्ली/ राजेश शर्मा
देश में टेक्सटाइल उद्योग के लिए अच्छा संकेत है कि टेक्सटाइल के निर्यात में चालू वित्त वर्ष अप्रैल से ही गिरावट का दौर न केवल थमा बल्कि वाणिज्य मंत्रालय से प्राप्त नवीनतम आंकड़ों के अनुसार अगस्त में टेक्सटाइल आईटमों का निर्यात 13.98 प्रतिशत से बढ़कर 1,818.62 मिलियन डॉलर हो गया। गत वर्ष इसी माह में देश से 1,595.50 मिलियन डॉलर का निर्यात किया गया था। बहरहाल, अगस्त में रेडीमेड गारमेण्ट का निर्यात गत वर्ष की तुलना में 8.15 प्रतिशत गिर कर 1,133.35 मिलियन डॉलर का रहा। प्राप्त आँकड़ों के अनुसार अगस्त में टेक्सटाइल के निर्यात में 13.98 प्रतिशत की बढ़ोतरी टेक्सटाइल और गारमेण्ट का कुल निर्यात गत वर्ष की तुलना में 4.33 प्रतिशत से बढ़कर 2,951.97 मिलियन डॉलर हो गया। गत वर्ष अगस्त में निर्यात 2,829.35 मिलियन डॉलर का हुआ था।
सूत्रों का कहना है कि चीन, बांग्लादेश आदि से कॉटन यार्न की माँग होने से निर्यात में अत्यधिक वृद्धि हुई। प्राप्त आँकड़ों के अनुसार अगस्त से देश में कॉटन यार्न, फैब्रिक्स, मेड-अप्स, हैंडलूम आदि उत्पादों का निर्यात 26 प्रतिशत से बढ़कर 1,133.67 मिलियन डॉलर हो गया। कार्पेट निर्यात में 117.96 मिलियन डॉलर पर 13.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई, लेकिन जूट फ्लोर कवरिंग के निर्यात में 23.17 प्रतिशत की कमी आई। मैन मेड यार्न, फैब्रिक्स, मेड-अप्स आदि के निर्यात में भी 412.20 मिलियन डॉलर पर 1.82 प्रतिशत की कमी आई।
अप्रैल-अगस्त
प्राप्त आँकड़ों के अनुसार अप्रैल में टेक्सटाइल और गारमेण्ट के निर्यात में सुधार के बावजूद चालू वित्त वर्ष के पहले 5 माह से देश के निर्यात में 10.51 प्रतिशत की कमी हुई और कुल निर्यात 14,197.89 मिलियन डॉलर का हुआ जबकि गत वर्ष इसी अवधि में निर्यात 15,866.07 मिलियन डॉलर का हुआ था।
चालू वित्त वर्ष अप्रैल
अगस्त के दौरान कॉटन यार्न, फैब्रिक्स, मेड-अप्स, हैंडलूम आदि उत्पादों का निर्यात 2.26 प्रतिशत से घट कर 4,881.92 मिलियन डॉलर का हो गया, जबकि गत वर्ष में यह राशि 4,994.57 मिलियन डॉलर था। मैन मेड यार्न, फैब्रिक्स, मेड-अप्स आदि के निर्यात में अप्रैल-अगस्त के दौरान 1,963.62 मिलियन डॉलर पर 10.09 प्रतिशत की कमी आई। गत वर्ष में निर्यात 2,183.96 मिलियन डॉलर का हुआ था। फ्लोर कवरिंग सहित जूट उत्पादों का निर्यात 26.28 प्रतिशत घट कर 156.26 मिलियन डॉलर का रह गया, जबकि कॉर्पेट का निर्यात 8.03 प्रतिशत कम होकर 555.55 मिलियन डॉलर का रह गया। अप्रैल-अगस्त के दौरान रेडीमेड गारमेण्ट का कुल निर्यात 15.98 प्रतिशत घट कर 5,969.94 मिलियन डॉलर का रह गया, जबकि गत वर्ष इसी अवधि में निर्यात 7,105.65 मिलियन डॉलर का हुआ था।
योगदान बढ़ा
कॉ-फैडरेशन ऑफ इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री के अनुसार अगस्त में देश के कुल निर्यात में टेक्सटाइल और गारमेण्ट का योगदान सुधार के साथ 8.56 प्रतिशत हो गया, जो गत वर्ष अगस्त में 7.64 प्रतिशत था।
इसे मिलाकर अप्रैल-अगस्त में टेक्सटाइल और गारमेण्ट सेक्टर का कुल निर्यात में योगदान 8.21 प्रतिशत रहा, जो गत वर्ष की तुलना में - 8.08 प्रतिशत से मामूली अधिक है। उल्लेखनीय है कि काफी समय से टेक्सटाइल और गारमेण्ट का योगदान कुल निर्यात में कम रहा।
सूत्रों का कहना है कि ंंंंवैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन अमेरिका जैसे आदि देशों में मँहगाई की वृद्धि दर में स्थिरता या कमी आना भारत के टेक्सटाइल और गारमेण्ट निर्यात सेक्टर के लिए एक अच्छा संकेत है। टेक्सटाइल और गारमेण्ट सैक्टर के सूत्रों का कहना है कि, आगामी माह से निर्यात में सुधार है।
आयात भी कम
प्राप्त आँकड़ों के अनुसार अगस्त में रॉ कॉटन और वेस्ट का आयात केवल 74.9 मिलियन डॉलर का रहा, जो गत वर्ष की राशि 295.64 मिलियन डॉलर की तुलना से लगभग 75 प्रतिशत कम है। अप्रैल-अगस्त में कुल आयात 52.61 प्रतिशत गिरकर 362.09 मिलियन डॉलर का रह गया। टेक्सटाइल यार्न, फैब्रिक, मेड-अप्स आदि के आयात में कमी आई। इस वर्ष अगस्त में 18.38 प्रतिशत घट कर 216.02 मिलियन डॉलर का हुआ। चालू वित्त वर्ष के पहले 5 माह में टेक्सटाइल यार्न, फैब्रिक, मेड-अप्स आदि का आयात 21.70 प्रतिशत घट कर 935.75 मिलियन डॉलर रह गया। सूत्रों का कहना है कि विश्व बाजार में भाव अधिक होने तथा देश में नई फसल की आवक को देखते हुए आगामी दिनों में आयात कम होने की संभावना है।
C-127, R.K Colony, Bhilwara (Rajasthan), 311001
+91 8003596092
textileworldt@gmail.com
© TEXTILE WORLD. All Rights Reserved.
Design by Tricky Lab
Distributed by Tricky Lab