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By: Textile World | Date: 2020-12-28 |
नई दिल्ली/ राजेश शर्मा
वर्तमान परिवेश में भारत से स्पेन को गारमेण्ट निर्यात की व्यापक संभावनाएं हैं। ये विचार स्पेन में भारत के उप-राजदूत श्री मदन सिंह भंडारी ने व्यक्त किए। श्री भंडारी ने अपेरल एक्पोर्ट प्रोमाशन कौंसिल और भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित 'इंडिया-स्पेन सिर्नजिक इन अपेरल एंड टेक्सटाइल में बोलते हुए कहा कि स्पेन के व्यापारियों की दिलचस्पी अब फिर भारत जाने में बन रही है,हालांकि स्पेन में भारत की अनेक वस्तुएं मिल रही ळ लेकिन स्पेन का गारमेण्ट आयात का हिस्सा कम है।
श्री भंडारी ने कहा आगे कि भारत द्वारा हाल ही मेंं किए गए संरचनात्मक सुधारों और भारतीय अर्थव्यवस्था में हो रहे विकास के कारण भारत से स्पेन का गारमेंट आयात बढऩे की व्यापक संभावनाएं हैं। मेडिकल टेक्सटाइल के क्षेत्र में भारत ने काफी प्रगति की है तथा सरकार ने टेक्निकल टेक्सटाइल्स और मेनमेड फाइबर आधारित गारमेण्ट के लिए अनेक योजनाएं बनाई हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना वायरस महामारी पर काबू पा लिया है और देश में जल्दी ही यह कोविड-19 पुरानी बात हो जाएगी। श्री भंडारी ने कौंसिल द्वारा 24 बाई 7 वर्चुअल प्लेटफॉर्म बनाने और इस पर भारतीय परिधानों की प्रदर्शनी लगाने पर बधाई देते हुए कहा कि इससे खरीददारों और निर्यातकों को एक दूसरे से मिलने और कारोबार करने का अवसर दिया।
एईपीसी के चेयरमेन डा. ए शक्तिवेल ने कहा कि गत तीन महिनों से भारत में सेंटीमेंट पॉजिटिव बना हुआ है और गत वर्ष की तुलना में निर्यात बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस महामारी ने हमें मेडिकल टेक्सटाइल, टेक्निकल टेक्सटाइल और एमएमएफ आधारित गारमेण्ट के उत्पादन में वृद्धि करने का अवसर प्रदान किया है।
श्री शक्तिवेल ने कहा कि केवल कुछ महिनों के दौरान ही भारत पीपीई किट के उत्पादन में विश्व में दूसरे स्थान पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि सरकार ने भी टेक्निकल टेक्सटाइल और एमएमएफ आधारित गारमेण्ट उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन दिया है। एईपीसी के एक्सपोर्ट प्रोमोशन के चेयरमेन श्री सुधीर सेखरी ने इस अवसर पर कहा कि इस समय भारत स्पेन का सातवां सबसे बड़ा गारमेण्ट निर्यातक देश है तथा 2019 में 817.6 मिलियन डॉलर मूल्य के गारमेण्ट का निर्यात किया गया, जो स्पेन के कुल बाजार का 4.2 प्रतिशत है। उनके अनुसार स्पेन का एमएमएफ आधारित गारमेण्ट का कुल निर्यात 7,619.4 बिलियन डॉलर है और इसमें से उसने 217.7 मिलियन डालर का आयात भारत से किया गया। इस प्रकार उसने भारत से कुल एमएमएफ आधारित गारमेण्ट में से लगभग 3 प्रतिशत का ही आयात किया।
श्री सेखरी ने कहा कि जहां एक ओर भारत मेडिकल टेक्सटाइल क्षेत्र में एक हब के रुप में उभर रहा है, वहीं दूसरी ओर कौंसिल एमएमएफ गारमेण्ट की निर्यात बास्केट में नए उत्पादों का विस्तार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा भारत में कारोबार के लिए कानून आदि सरल बनाने और आर्थिक सुधारों के कारण अब भारत तेजी से आयात के लिए एक प्रमुख संसाधन बनता जा रहा है। इसी बी2बी मीटिंग में लगभग 55 खरीददारों ने भाग लिया, जिसमें स्पेन के अनेक प्रमुख ब्रांड भी शामिल थे, जबकि भारत की ओर से 43 गारमेंट निर्यातक सम्मिलित हुए। मीटिंग में कुछ आयातकों ने देरी से डिलिवरी के बारे में चिंता व्यक्त की, जबकि अनेक आयातकों ने भारत से मेडिकल टेक्सटाइल सहित गारमेण्ट आयात बढ़ाने में दिलचस्पी दिखाई। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के कारण आवागमन पर रोक होने के कारण अब वर्चुअल कॉन्फ्रेंसों से ही कारोबार किया जा रहा है।