कॉटन में भारी तेजी से आने वाले समय में कपास की अच्छी मांग रहने की संभावना
By: Textile World |
Date: 2020-10-24 |
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अहमदाबाद/ सावलाराम चौधरी
पिछले दिनों यहां के स्थानीय बाजार में रेयॉन का ग्रे व तैयार माल में काफी नरमी देखी गई, मगर उसके विपरीत कॉटन में काफी तेजी बताई जा रही है। कॉटन में तेजी आने से बाजार में अच्छी ग्राहकी की संभावना है। इधर गुजरात में मौसम के वापस बिगडऩे व काफी बारिश होने से गु
इधर कॉटन में तेजी से काफी समय से कॉटन का माल रुका हुआ था, उसको निकालने में सरलता आ सकती है। दीपावली के बाद सर्दी का मौसम आने से मोटे व सर्दी के कपड़े का काम ही ज्यादा होता है, लेकिन अब व्यापारी नया काम नहीं करना चाहते हैं। जो भी काम करते हैं वह साल भर का काम ही करते है। अब बाजार में पैसों की आवक अच्छी हो सकती है।रेयॉन प्रिण्ट 58’’ में बाजार बहुत ही खराब हो गया है। 60 रूपये मीटर बिकने वाला कपड़ा 50 से 52 रूपये मीटर तक पहुंच गया है, जिसमें बाजार खराब करने में सबसे बड़ा हाथ नारोल के 2 से 3 प्रोसेस हाउसों का है, उन्होंने अपना खुद का माल बनाकर बाजार में बिना मुनाफे ही फूंक दिया है, इससे छोटे व्यापारी बहुत ही परेशान हैं।
अब समय आ गया है कि जो प्रोसेस हाऊस वाला अपना खुद का माल बनाकर बाजार बेचेगा, उसके पास कोई भी व्यापारी ग्रे जॉब करवाने के लिए नहीं डालेगा। वो अपना माल कितना बनायेगा और बेचेगा? ऐसे लोगों को सबक सिखाने की बहुत आवश्यकता है।
बाजार में अब दीपावली की ग्राहकी पूरी होने में सिर्फ 5 से 7 दिन ही बाकी हैं। इस बार की दिपावली सबके लिए बहुत ही कठिन है,क्योंकि कोरोना के कारण व्यापार बहुत प्रभावित हुआ है। दीपावली पर बोनस व काफी खर्चे होते हैं। अहमदाबाद ही नहीं भारत के सभी व्यावसायिक शहरों में लगभग यही स्थिति है। सरकार द्वारा कोरोना का टीका साल के अन्त तक आने की संभावना जताई जा रही है, तभी ग्राहकी चल सकती है व बाजार में पैसों की आवक हो सकती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में इस बार शादी-विवाह की तैयारियां अच्छी चल रही है। अब सिर्फ भारत का ग्रामीण क्षेत्र ही कोरोना से लगभग बचा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी ग्राहकी चलने के बाद ही यहां के थोक व्यापार में तेजी आ सकती है। दीपावली तक फसल कटकर बाजार में आने लगेगी, जिससे बाजार में पैसों की आवक हो सकती है।
यहां के स्थानीय बाजार में दीपावली की ग्राहकी पहले से ही शुरू हो गई थी तथा बाहर के सेण्टरों में कपड़ा भी भेज दिया था। अब आगे ग्राहकी कैसी चलेगी, यह दिपावली के बाद ही पता चलेगा। अब कोरोना पर नियंत्रण भी होना जरूरी है। विश्व में कोरोना के ग्राफ में भारत नंबर-2 पर है व नंबर-1 पर कभी भी आ सकता है। जब तक पूरे विश्व में सब कुछ सामान्य नहीं होगा तब तक कम ऐसे ही चलता रहेगा, कपड़े के क्षेत्र में भारत का स्थान पूरे विश्व में अच्छा व भविष्य उज्जवल है।